पर्दे पर जब शाहरुख खान राज के और हृतिक अल्ताफ़ के किरदार में आते हैं,कभी सोचा है कि वो हमें इतना क्यों भाते हैं?शायद इसलिए कि वें उन ३ घंटों में सिर्फ अपना किरदार निभाते हैं,और फिर अपनी निजी जिंदगी में लौट जाते हैं। “हम सब रंगमंच की कठपुतली हैं” ऐसा हम सभी ने सुना…
Category: Poetry
डरना नहीं है!
सुनो दोस्तों एक बात कहनी थी, उसके बारे में जो एक दिन आया,और जिसने सारे किस्से-कहानियों के परे एक बात सिखाई है,के डरना नहीं है..लेकिन घर से बाहर निकलकर उसका सामना करना नहीं है। हर दिन मानो एक नया तूफान था।पढ़ाई-लिखाई वालों के इम्तहान,तो दफ्तर में क्या होगा इसका ना हमें अनुमान था।हमेशा हमसे हर…
दिल कर रहा है…
यादों की अलमारी को आज खोलने का दिल कर रहा है…जो यादों में हैं, उन्हें आंखों के सामने देखने का दिल कर रहा है…हस्ते हस्ते कुछ बताने का और रोते हुए कुछ पूछने का दिल कर रहा है…आज फिर उनसे मोहब्बत करने का दिल कर रहा है। उनसे दिल लगाना वैसे तो कोई भूल नहीं…
एक सीख की बरसात…
सीख और तालीम पाने बचपन से स्कूल कॉलेज जाता रहा,लेकिन कितना कुछ तो इस शहर की बरसात ने चंद घंटों में ही सिखा दिया। जोखिम में डाल दे ऐसी बारिश हो रही थी,और कुछ लोग अपनी छत को छोड़कर,छातों में छिपकर घर से बाहर निकल रहे थे।वही छत, जिसमें सुकून से जीने के लिए,वें हर…
Between a “Hi” and a “Good Bye”
The tale starts with a simple “Hi…”And soon we started sharing life’s every pie.Having each other around itself made us breathe a sigh…We were so close and I still don’t know why… This was the time when for many, I was the apple of their eye…For each other we lived,And for each other, we could…