यादों की अलमारी को आज खोलने का दिल कर रहा है…जो यादों में हैं, उन्हें आंखों के सामने देखने का दिल कर रहा है…हस्ते हस्ते कुछ बताने का और रोते हुए कुछ पूछने का दिल कर रहा है…आज फिर उनसे मोहब्बत करने का दिल कर रहा है। उनसे दिल लगाना वैसे तो कोई भूल नहीं…