सुनो दोस्तों एक बात कहनी थी, उसके बारे में जो एक दिन आया,और जिसने सारे किस्से-कहानियों के परे एक बात सिखाई है,के डरना नहीं है..लेकिन घर से बाहर निकलकर उसका सामना करना नहीं है। हर दिन मानो एक नया तूफान था।पढ़ाई-लिखाई वालों के इम्तहान,तो दफ्तर में क्या होगा इसका ना हमें अनुमान था।हमेशा हमसे हर…